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चाँद के 50 महत्वपूर्ण तथ्य

चाँद पृथ्वी का साथी ग्रह है।चाँद का आकार पृथ्वी के तुलना में बहुत छोटा है।चाँद पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर की दूरी पर है।चाँद की कक्षा गोल है और इसकी आयतनिक दिशा नहीं होती।चाँद के दो पहलु नहीं दिख सकते हैं क्योंकि यह हमेशा एक ही पहलू में दिखता है।चाँद का दौरा पृथ्वी के...

भूतों के निवास कुलधरा

कुलधरा गाँव जहाँ आज भी है भूतों का निवाससोचिए कि आप लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हों, रास्ते में कुलधरा गाँव पड़ता हो तो आप क्या करेंगे? आप को पता लग जाएगा कि यह एक शापित गाँव है, जहाँ रात को कोई भी नहीं जाता या ठहरता तो वहाँ जाना सुरक्षित नहीं है। इसलिए...

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चाँद पृथ्वी का साथी ग्रह है।चाँद का आकार पृथ्वी के तुलना में बहुत छोटा है।चाँद पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर की दूरी पर है।चाँद की कक्षा गोल है और इसकी आयतनिक दिशा नहीं होती।चाँद के दो पहलु नहीं दिख सकते हैं क्योंकि यह हमेशा एक ही पहलू में दिखता है।चाँद का दौरा पृथ्वी के चारों ओर करता है, जिसे सिंोडिक दौरा कहा जाता है।चाँद पर धरातल की तुलना में गुरुत्वाकर्षण कम होता है।चाँद का रंग सफेद होता है क्योंकि यह सूर्य की किरणों को पूरी तरह से प्रतिबिम्बित करता है।चाँद के सतह पर कई क्रेटर्स (गड्ढे) होते हैं, जो उसके चिह्न होते हैं।चाँद की दिन-रात की अवधि पृथ्वी से बहुत लम्बी है, लगभग 29.5 पृथ्वी दिनों के बराबर।चाँद के सतह पर गिरी हुई वस्तुओं को "मूनरोक्स" कहा जाता है।चाँद की सतह पर धूल या मिट्टी की न कोई झिल्ली होती है और न ही पौधों का जीवन होता है।चाँद के सतह पर कोई हवा नहीं होती है, जिसके कारण वहाँ कोई ध्वनि नहीं सुनाई देती है।चाँद के तीसरे भाग को कुँडली या मारिया कहा जाता है, और यह सामुद्रों की तरह दिखता है।चाँद के पूर्ण चक्कर की दिन-रात की तथ्य यह है कि वह हमेशा एक पहलू में रहता है, तथा एक दिन और एक रात की अवधि लगभग 14 भौतिक दिन और 14 भौतिक रात के बराबर है।चाँद के उपग्रह के बिना धरातल पर चंद्रकांत और पूर्णिमा के बिना रात्रि की तारीक नहीं होती।चाँद का नाम सभी संस्कृत में अलग-अलग होता है, जैसे इंग्लिश में Moon, हिन्दी में चाँद, और स्पेनिश में Luna।चाँद...
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