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रबीन्द्रनाथ टैगोर

कवि

रबीन्द्रनाथ टैगोर (७ मई, १८६१ – ७ अगस्त, १९४१) - विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा थे। वे एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं। वे एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान 'जन गण मन' और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान 'आमार सोनार बांङ्ला' गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।

कीबोर्ड से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

कीबोर्ड (Keyboard) कंप्यूटर इनपुट डिवाइस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसका उपयोग टेक्स्ट, संदेश, डेटा और आपके कंप्यूटर पर विभिन्न कार्रवाईयों को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। कीबोर्ड के माध्यम से आप अक्षर, संख्याएँ, विशेष चरित्र, और कमांड्स कंप्यूटर को भेज सकते हैं।

कंप्यूटर पर काम करते समय हमें अक्सर कुछ लिखना होता है या फिर किसी महत्वपूर्ण निजी दस्तावेजों से जुड़ा ड्राफ्ट इत्यादि बनाना होता है। इस स्थिति में ऐसे कार्य करने के लिए वाक्य रचना हेतु शब्दों और संख्याओं की अत्यंत आवश्यकता होती है। कंप्यूटर में लिखने हेतु विभिन्न सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम भले ही मौजूद हो पर हमारे द्वारा दिए गए निर्देश कंप्यूटर तक पहुँचाने हेतु किसी माध्यम की जरुरत होती है, इस खास विषय पर ही ये संपूर्ण लेख आधारित है।कीबोर्ड से आप में से शायद ज्यादातर लोग परिचित होंगे, पर इसके बुनियादी पहलुओं को आप उतना नजदीकी से जानते नहीं होंगे।

यहाँ आप कीबोर्ड नामक हार्डवेयर के बारे में कुछ रोचक जानकारी को हासिल कर पायेंगे, साथ मे इसके अन्य पहलुओं को भी विस्तार से समझाने का हमारा प्रयास होगा।

कीबोर्ड का इतिहास – Keyboard History in Hindi

बात कर इसके के इतिहास की तो एक अख़बार के संपादक जिनका नाम क्रिस्टोफर लैथम शोल्स था इनके द्वारा सबसे पहले साल १८६८ में क्वर्टी कीबोर्ड बनाया गया था। फिर आगे चलकर इसमें कई सारे सुधार हुए जिसमे १९७० के दशक में आज के कीबोर्ड से लगभग एक जैसे कीबोर्ड विकसित किये गए जिसमे एप्पल रेडियो शैक और कमोडोर नामक कंपनियों ने कुछ विकसित कीबोर्ड के नमूने पेश किये।

साल १९८६ में आई.बी.एम कंपनी द्वारा बनाया गया एम कीबोर्ड (M Keyboard) आज भी विकसित और काफी उमदा माना जाता है जिसका आम तौर पर भी इस्तेमाल होते दिखाई देता है। टाइप करने में सबसे आसान और पसंदीदा विकल्प आज के ज़माने में भी क्वर्टी कीबोर्ड ही है, जिसमे शुरू से लेकर अब तक कई सारे बदलाव और नव विकसित सुधारों को जोड़ा गया है।

कीबोर्ड के प्रकार – Types of Keyboard

– वायरलेस कीबोर्ड (Wireless Keyboard)
– गेमिंग कीबोर्ड (Gaming Keyboard)
– मैकेनिकल कीबोर्ड (Mechanical Keyboard)
– हैंड कीबोर्ड (Hand Keyboard)
– वर्चुअल कीबोर्ड (Virtual Keyboard)
– फ्लेक्सिबल एंड रोल अप कीबोर्ड (Flexible & Roll up Keyboard)
– मैजिक कीबोर्ड (Magic Keyboard)
– अज़रती कीबोर्ड (Azerty Keyboard)
– एर्गोनॉमिक कीबोर्ड (Ergonomic Keyboard)
– मल्टीमीडिया कीबोर्ड (Multimedia Keyboard)
– मेम्ब्रेन कीबोर्ड (Membrane Keyboard)
– बैकलिट कीबोर्ड (Backlit Keyboard)
– क्वर्टी कीबोर्ड (Qwerty Keyboard)
– द्वोरक कीबोर्ड (Dvorak Keyboard)

कीबोर्ड के प्रमुख कार्य – Functions of Keyboard

निचे दिए हुए प्रमुख वर्ग के आधार पर कीबोर्ड के कार्य होते है;

– टाइपिंग बटन (Typing Keys) – टाइपिंग करना।
– कार्य बटन (Functions Keys) – विभिन्न कोडिंग से संबंधित कार्य करना।
– नियंत्रण बटन (Control Keys) – कार्य को शार्ट कट तरीके से करने हेतु इसका उपयोग किया जाता है।
– दिशादर्शक बटन (Navigation Keys) – विशिष्ट कार्य के समय दिशादर्शन हेतु उपयोग।
– अंक संबंधी बटन (Numeric Keys) – अंक को टाइप करने हेतु।
– सांकेतिक बटन (Indicator Keys) – विशिष्ट सांकेतिक परिणाम प्राप्त करने हेतु।

कीबोर्ड द्वारा आम तौर पर इस्तेमाल किये जानेवाले संयोजन/युति – Shortcut Keys of Keyboard

आम तौर पर वैसे तो कीबोर्ड की मदद से कई सारे शार्ट कट बटन के विकल्प द्वारा परिणाम प्राप्त कर सकते है, यहाँ उनमे से ही चुनिंदा शार्ट कट बटन का ब्यौरा निचे दिया है जिससे आपको इस संकल्पना को समझने में मदद मिले।

– कंट्रोल बटन + अल्फाबेट ‘C ‘ (Ctrl+C)- किसी भी जानकारी को कॉपी/नक़ल के लिए इस संयोजन का इस्तेमाल किया जाता है।
– किसी भी नक़ल किये गए जानकारी को स्थापित करने हेतु कंट्रोल बटन + अल्फाबेट ‘V'(Ctrl+V) इस युति का इस्तेमाल किया जाता है।
– कंट्रोल बटन + अल्फाबेट ‘S’ (Ctrl+S) – अगर आप कुछ लिख रहे है और उसे आप को सहेज कर रखना है तो इस्तेमाल किया जाता है।
– किये गए कार्य को अगर फिरसे पुराने स्वरुप में लाना हो या अन-डू करने हेतु कंट्रोल बटन + अल्फाबेट ‘Z’ (Ctrl+Z) इस युति का उपयोग होता है।
– कंट्रोल बटन + अल्फाबेट ‘B’ (Ctrl+B) – किसी भी शब्द/अंक इत्यादि को मोटा या अधिक स्पष्ट दिखाने हेतु।
– विंडोज बटन + एस्केप बटन(Windows Key+ Home) – शुरुवाती सूचि को स्थापित करने हेतु।

कीबोर्ड का महत्व और इसके प्रमुख उपयोग – Importance and Uses of Keyboard

वैसे तो कीबोर्ड का आविष्कार टाइपराइटर से संबंधित कार्य करने और लगभग ऐसेही परिणाम प्राप्त करने के मकसद से हुआ था, परंतु मौजूदा स्थिति में इसमें आये सुधारों से ये स्पष्ट होता है के कीबॉर्ड द्वारा हम और भी अधिक प्रभावशाली और नवीनीकरण अंतर्गत कार्य करने में सक्षम हुए है। यहाँ निचे आपको कीबोर्ड के उपयोग से इसका महत्व भी स्पष्ट तरीके से समझ में आ जायेगा।

टाइपिंग बटन (Typing Keys):
कीबोर्ड पर अंग्रेजी भाषा के लगभग सभी अल्फाबेट मौजूद होते है, जिसकी मदद से आप आसानी से वाक्य रचना कर सकते है, आजकल सभी प्रमुख भाषाओ में कीबोर्ड मौजूद है जिससे सभी भाषा में आप आसानी से वाक्य रचना कर सकते है। इस तरह के अल्फाबेट बटन द्वारा आप रोज मर्रा के जीवन के विभिन्न प्रमुख कार्य आसानी से कर सकते है।

विभिन्न कार्यो से संबंधित बटन (Different Functions Keys):
कीबोर्ड के आम प्रकार में लगभग १२ फंक्शन किज या कार्य हेतु बटन दिए हुए होते है, जिसका प्रोग्रामिंग या विशिष्ट कोडिंग से जुड़ा कार्य करते समय सबसे ज्यादा उपयोग होता है। जिसमे F१ से लेकर F१२ तक फंक्शन किज होती है, जिसका आवश्यकता अनुसार आप इस्तेमाल कर सकते है।

नियंत्रण बटन (Control Keys):
कीबोर्ड पे कंट्रोल बटन का सर्वाधिक इस्तेमाल विभिन्न युतियाँ या संयोजित बटनो द्वारा परिणाम प्राप्त करने हेतु होता है, जैसे के अगर आप कुछ लिख रहे है और उसे आप को सहेज कर रखना है तो आप “कंट्रोल बटन + अल्फाबेट S” का इस्तेमाल कर सकते है, इसके अलावा अगर आपने कुछ लिखा है और इसका आपको पूर्णतः चयन करना है तो आप “कंटोल बटन + अल्फाबेट A” का इस्तेमाल कर सकते है।

दिशा दर्शक बटन (Navigation Keys):
कीबोर्ड पर कुछ खास दिशा दर्शक बटन मौजूद होते है जिससे आप आगे, पीछे,ऊपर,निचे इस तरह से दिशा दर्शन कर सकते है इस तरह के बटन का उपयोग लगभग सभी तरह के कार्य में होता है।

अंक संबंधित बटन (Numeric Keys):
आपको कीबोर्ड पे शून्य से लेकर नौ अंक तक संख्यात्मक बटन मिल जायेंगे जिनका इस्तेमाल आंकड़ों को लिखना, हिसाब करना, गिनती करना इत्यादि महत्वपूर्ण कार्य हेतु किया जाता है।

सांकेतिक बटन (Indicator Keys):
कीबोर्ड में मुख्य रूप से तीन सांकेतिक बटन होते है जिसमे नम लॉक(Num Lock), कैप्स लॉक(Caps Lock) और स्क्रॉल लॉक (Scroll Lock) शामिल है, जब नम लॉक चालू होता है और कीबोर्ड लाइट चालू होती है इसका अर्थ है न्यूमेरिक कीबोर्ड चालू है अगर बंद है तो समझिये के न्यूमेरिक की बोर्ड बंद है।

कैप्स लॉक बटन की लाइट चालू है इसका मतलब कोई भी अल्फाबेट आप अप्पर केस/कैपिटल में टाइप कर सकते है, वही जब यह लाइट बटन दबाके बंद कर दी जाये तो आप लोअर केस/ छोटे अक्षर में लिख सकते है। स्क्रॉल लॉक बटन का इस्तेमाल स्क्रॉलिंग को चालू या बंद करने हेतु किया जाता है।

कीबोर्ड के बारे में अधिकतर बार पूछे जाने वाले सवाल – Keyboard Quiz Questions and Answers

आम तौर पर एक सामान्य कीबोर्ड में कुल कितने बटन (Keys) होते है? (How many keys are there on keyboard?)
जवाब: १०१।

एक सामान्य कीबोर्ड में कुल कितने इंडिकेटर बटन (Indicator Keys) होते है? इनके नाम क्या होते है? (How many indicator keys are there on keyboard?) जवाब: ३, नम लॉक, स्क्रॉल लॉक, कैप्स लॉक।

कुल कितने अंको के न्यूमेरिक बटन एक सामान्य कीबोर्ड पर होते है? (How many numeric keys are there on keyboard?)
जवाब: शून्य से लेकर नौ अंको तक न्यूमेरिक बटन एक सामान्य कीबोर्ड पे दो बार होते है, जिनकी कुल सँख्या २० हो जाती है।

तकनिकी क्षेत्र की दृष्टी से कीबोर्ड हार्डवेयर के अंतर्गत आता है या सॉफ्टवेयर के? (Is keyboard software or hardware?)
जवाब: हार्डवेयर।

कीबोर्ड इनपुट हार्डवेयर होता है या आउटपुट हार्डवेयर होता है, कृपया इसे समझाए? (Is keyboard input hardware or output hardware?)
जवाब: कीबोर्ड एक इनपुट हार्डवेयर होता है जिसके द्वारा विभिन्न सुचना या निर्देश कंप्यूटर मशीन को दिए जाते है।

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